Jo hota Hai acheke liye hota hai
मनुष्य बडा हि विचित्र प्रणी हे ओ योजना बनाता हे शदुय्त्र क करता हे प्रयास करता हे किसि का प्रयास करने का प्रतन करता हे प्रर्तु समजने प्रयथ नहीं करता ये थब्म ने का नाम हि नहि लेता जो कीया हे ओ लोट कर आपके पास अयेगा येससे कोइ अतर नही पड़ता कुभार के पुत्र हो या krusha के प्रुत्र हो o Kuch fark Nhi padta
आप अनुचित कर्म क ल्रोगे तो आपके साथभि अनिचित होगा
आशुभ कर्म क्रोगे अशुभ होगा अछे कर्म
करोगे अछा ही होगा कुरुवश अथ्य्थ महान था क्रुवश क्या हुआ उसके साथ पुरा का पुरा वश बह्गय कारन उनका मन्त्य्व बुरा था वहि पाच पदव महा भारत जीत गए कारन उनका मन्त्य्व्य सहि था
समरन रखिएगा शुभ कि आग्नि जलवोगे शुभ का हि तप पओगे अशुभ कि अग्नि जलाओ गे अशुभ हि पओगे