किसी ने मुझसे पूछा motivational story पढ़ने से क्या होता है
मेने जवाब दिया motivational story पढ़ने से हमे दुसरो की गलतियों का पता चलता है ताकि हम गलती ना करे इसलिए ज्यादा से ज्यादा motivational story को पढ़िए
hindi motivational story
दोस्तों नमस्कार आप सभी का स्वागत है
आज मैं आपको एक ऐसी motivational stories बता रहा हु जिसे पढ़ने के बाद
आपकी ऊर्जा पहले जैसी नही रहेगी तो चलिए
बिना आपका समय गवाये motivational story को शुरू करते है
हरीश नाम का एक लड़का था उसको दौड़ने का बहुत शौक था
वह कई मैराथन में हिस्सा ले चुका था
परंतु वह किसी भी race को पूरा नही करता था
एक दिन उसने ठान लिया कि चाहे कुछ भी हो जाये वह race पूरी जरूर करेगा
अब रेस शुरू हुई
1. हार गया लेकिन खुद से जीत गयाhindi motivational storyदोस्तों नमस्कार आप सभी का स्वागत हैआज मैं आपको एक ऐसी motivational stories बता रहा हु जिसे पढ़ने के बाद आपकी ऊर्जा पहले जैसी नही रहेगी तो चलिएबिना आपका समय गवाये motivational story को शुरू करते है हरीश नाम का एक लड़का था उसको दौड़ने का बहुत शौक था वह कई मैराथन में हिस्सा ले चुका थापरंतु वह किसी भी race को पूरा नही करता थाएक दिन उसने ठान लिया कि चाहे कुछ भी हो जाये वह race पूरी जरूर करेगाअब रेस शुरू हुई हरीश ने भी दौड़ना शुरू किया धीरे 2सारे धावक आगे निकल रहे थेमगर अब हरीश थक गया थावह रुक गयाफिर उसने खुद से बोला अगर मैं दौड़ नही सकता तो कम से कम चल तो सकता हुउसने ऐसा ही किया वह धीरे 2चलने लगा मगर वह आगे जरूर बढ़ रहा थाअब वह बहुत ज्यादा थक गया थाऔर नीचे गिर पड़ा उसने खुद को बोलाकी वह कैसे भी करके आज दौड़ को पूरी जरूर करेगावह जिद करके वापस उठालड़खड़ाते हुए आगे बढ़ने लगा और अंततः वह रेस पूरी कर गयामाना कि वह रेस हार चुका थालेकिन आज उसका विश्वास चरम पर था क्योंकि आज से पहले race को कभी पूरा ही नही कर पाया थावह जमीन पर पड़ा हुआ थाक्योंकि उसके पैरों की मांसपेशियों में बहुत खिंचाव हो चुका थालेकिन आज वह बहुत खुश थाक्योंकिआज वह हार कर भी जीता थाmotivational story in hindi for successदोस्तों हम भी तो इस तरह की गलती करते है हमारी life मेंकभी भी अगर कोई परेशानी होती है तो उस काम को नही करते और छोड़ देते हैअगर आप एक student हो और रोज 10 hr की study करते होऔर किसी दिन कोई परेशानी की वजह से आप पढ़ाई नही करते मगर आपकोभले ही 5 hr मिले पढ़ना जरूर चाहिएहरीश की कहानी से हमे यही सीखने को मिलता है कि अगर हमलगातार आगे बढ़ते रहे तो एक दिन हम हारकर भी जीतजाएंगे
हरीश की कहानी से हमे यही सीखने को मिलता है कि अगर हम
लगातार आगे बढ़ते रहे तो एक दिन हम हारकर भी जीत
जाएंगे
छोटे छोटे कदम बढ़ाते जाओ और आगे बढ़ते जाओ
यही सफलता का नियम
अगर आपको भी ये motivational story अच्छी लगी हो तो
comment के माध्यम से हमे जरूर बताएं
अगर आप और भी motivational story को पढ़ना चाहते हो तो
आप बिलकुल सही जगह हो यहां पर आपको
काफी सारी motivational stories का संग्रह मिलेगा
जो आपको जीवन मेआगे बढ़ने की प्रेरणा देगा
2.परिस्थितियों को दोष देना
best inspires
कुछ लोग हमेशा परिस्थितियों को ही दोष देते है
यह motivational story ऐसी है
जिसको सुनकर आपकी आंखें खुल सकती है
इस कहानी को जल्दी से जल्दी शुरू करते हैं
काफी समय पहले की बात है दोस्तों
एक आदमी रेगिस्तान में फंस गया था
वह मन ही मन अपने आप को बोल रहा था कि यह कितनी अच्छी और सुंदर जगह है
अगर यहां पर पानी होता तो यहां पर कितने अच्छे-अच्छे पेड़ उग रहे होते
और यहां पर कितने लोग घूमने आना चाहते होंगे
मतलब ब्लेम कर रहा था
कि यह होता तो वो होता और वो होता तो शायद ऐसा होता
ऊपरवाला देख रहा था अब उस इंसान ने सोचा यहां पर पानी नहीं दिख रहा है
उसको थोड़ी देर आगे जाने के बाद उसको एक कुआं दिखाई दिया जो कि
पानी से लबालब भरा हुआ था काफी देर तक
विचार-विमर्श करता रहा खुद से
फिर बाद उसको वहां पर एक रस्सी और बाल्टी दिखाई दी इसके बाद कहीं से
एक पर्ची उड़ के आती है जिस पर्ची में लिखा हुआ था कि तुमने कहा था कि
यहां पर पानी का कोई स्त्रोत नहीं है अब तुम्हारे पास पानी का स्रोत भी है
अगर तुम चाहते हो तो यहां पर पौधे लगा सकते हो
वह चला गया दोस्तों
तो यह कहानी हमें क्या सिखाती है
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि
अगर आप परिस्थितियों को दोष देना चाहते हो कोई दिक्कत नहीं है
लेकिन आप परिस्थितियों को दोष देते हो कि अगर यहां पर ऐसा हो और
आपको वह सोर्सेस मिल जाए तो क्या परिस्थिति को बदल सकते हो
इस कहानी में तो यही लगता है कि कुछ लोग सिर्फ परिस्थिति को दोष देना जानते हैं
अगर उनके पास उपयुक्त स्रोत हो तो वह परिस्थिति को नहीं बदल सकते
सिर्फ वह ब्लेम करना जानते हैं लेकिन हमे ऐसा नहीं बनना है दोस्तों
इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि अगर आप चाहते हो कि
परिस्थितियां बदले और आपको अगर उसके लिए उपयुक्त साधन मिल जाए तो
आप अपना एक परसेंट योगदान तो दे ही सकते हैं और
मुझे पूरा भरोसा है कि अगर आपके साथ ऐसी कोई घटना घटित होती है
आप अपना योगदान जरूर देंगे
यह कहानी आपको अच्छी लगी होगी अगर आप चाहते हो कि
आपको ऐसी मजेदार कहानियां मिलती रहे
दोस्तों मेने आपका ज्यादा समय खराब नहीं किया और इस motivational story को मैंने कम से कम
शब्दों में समेटने की कोशिश की है जो कि मैं कर पाया अगर आपके
कोई सुझाव हो तो कमेंट के माध्यम से मुझे जरूर बताएं और अगर
आपको यह motivational story अच्छी लगी हो तो इस कहानी को और लोगों से
आपके दोस्तों के साथ आप शेयर करिए
शुक्रिया
3. ईमानदारी का फल best hindi motivation story
नमस्कार दोस्तो आप सभी का स्वागत है
आज की ये motivational story
ईमान का ज्ञान बताएगी
तो चलिए शुरू करते है
काफी समय पहले की बात है प्रतापगढ़ नाम का एक राज्य था वहाँ का राजा बहुत अच्छा था
मगर राजा को एक सुख नही था
वह यह कि उसके कोई भी संतान नही थी
और वह चाहता था कि अब वह राज्य के अंदर किसी योग्य बच्चे को गोद ले
ताकि वह उसका उत्तराधिकारी बन सके और आगे की बागडोर को सुचारू रूप से चला सके
और इसी को देखते हुए राजा ने राज्य में घोषणा करवा दी
की सभी बच्चे राजमहल में एकत्रित हो जाये
ऐसा ही हुआ
राजा ने सभी बच्चो को पौधे लगाने के लिए भिन्न भिन्न प्रकार के बीज दिए
और कहा कि अब हम 6 महीने बाद मिलेंगे और देखेंगे कि किसका पौधा सबसे अच्छा होगा
महीना बीत जाने के बाद भी एक बच्चा ऐसा था जिसके गमले में वह बीज अभी तक नही फूटा था
लेकिन वह रोज उसकी देखभाल करता था और रोज पौधे को पानी देता था
देखते ही देखते 3 महीने बीत गए
बच्चा परेशान हो गया
तभी उसकी माँ ने कहा कि बेटा धैर्य रखो कुछ बीजो को फलने में ज्यादा वक्त लगता है
और वह पौधे को सींचता रहा
6 महीने हो गए राजा के पास जाने का समय आ चुका था
लेकिन वह डर हुआ था कि सभी बच्चो के गमलो में तो पौधे होंगे और उसका गमला खाली होगा
लेकिन वह बच्चा ईमानदार था
और सारे बच्चे राजमहल में आ चुके थे
कुछ बच्चे जोश से भरे हुए थे
क्योंकि उनके अंदर राज्य का उत्तराधिकारी बनने की प्रबल लालसा थी
अब राजा ने आदेश दिया सभी बच्चे अपने अपने गमले दिखाने लगे
मगर एक बच्चा सहमा हुआ था क्योंकि उसका गमला खाली था
तभी राजा की नजर उस गमले पर गयी
उसने पूछा तुम्हारा गमला तो खाली है
तो उसने कहा लेकिन मैंने इस गमले की 6 महीने तक देखभाल की है
राजा उसकी ईमानदारी से खुश था कि उसका गमला खाली है फिर भी वह हिम्मत करके यहाँ आ तो गया
सभी बच्चों के गमले देखने के बाद राजा ने उस बच्चे को सभी के सामने बुलाया बच्चा सहम गया
और राजा ने वह गमला सभी को दिखाया
सभी बच्चे जोर से हसने लगे
राजा ने कहा शांत हो जाइये
इतने खुश मत होइए
आप सभी के पास जो पौधे है वो सब बंजर है आप चाहे कितनी भी मेहनत कर ले उनसे कुछ नही निकलेगा
लेकिन असली बीज यही था
राजा उसकी ईमानदारी से बेहद खुश हुआ
और उस बच्चे को राज्य का उत्तराधिकारी बना दिया गया
लेकिन हमें इस कहानी से क्या सीखने को मिला
मेरे हिसाब से
अपने अंदर ईमानदारी का होना बहुत जरूरी है
अगर हम खुद के साथ ईमानदार है तो जीवन के किसी न किसी पड़ाव में सफल हो ही जाएंगे
क्योंकि हमारी औकात हमे ही पता होती है
हम खुद को पागल बनाकर खुद का ही नुकसान करते है.